Friday, July 15, 2011

अपने दोस्तों को गलियां देकर फिर बुलाया करेंगे..

ये दोस्तों की महफ़िल, ये रातो को जागना.... 
गालियाँ सुनके हसना फिर जूता लेकर पीछे भागना..
भाभी बोलके दोस्त की गर्लफ्रेंड को ताकना.. 
१ समोसा में १० टुकड़े बाटना.. 
सेंटी होके दुसरे का दिमाग चाटना.. 
पिटते है फिर भी मुस्कराते है..
खर्चा करना है पर पैसे छुपाते है..
ये सब १ दिन खो जाएगा..
जीवन शायद तनहा हो जाएगा..
फिर भी हम मुस्कुरय्र करेंगे..
और अपने दोस्तों को गलियां देकर फिर बुलाया करेंगे..

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