मैं कभी बतलता नहीं
बार मैं रोज जाता हूँ मैं मा …
यूँ तो मैं दिखलता नहीं
दारू पीकर रोज़ आता हूँ मैं मा
तुझे सब है पता, हैं ना मा
तुझे सब है पता, मेरी मा
ठेके पे यूँ ना छेड़ो मुझे ,
घर लौट के भी आ नेया पाऊँ मैं मा
भेज ना इतना दूर मुझको तू,
घर भी भूल जौन मैं मा
क्या इतना बुरा हूँ मैं मा
क्या इतना बुरा हूँ मैं मा
स्कॉच मैं ,इतना पीता नही,
पेग से सहम जाता हून मैं मा
चेहरे पे आने देता नहीं
लेकिन कभी लूड़क जाता हूँ मैं मा
तुझे सब है पता है ना मा
तुझे सब है पता, मेरी मा
बार मैं रोज जाता हूँ मैं मा …
यूँ तो मैं दिखलता नहीं
दारू पीकर रोज़ आता हूँ मैं मा
तुझे सब है पता, हैं ना मा
तुझे सब है पता, मेरी मा
ठेके पे यूँ ना छेड़ो मुझे ,
घर लौट के भी आ नेया पाऊँ मैं मा
भेज ना इतना दूर मुझको तू,
घर भी भूल जौन मैं मा
क्या इतना बुरा हूँ मैं मा
क्या इतना बुरा हूँ मैं मा
स्कॉच मैं ,इतना पीता नही,
पेग से सहम जाता हून मैं मा
चेहरे पे आने देता नहीं
लेकिन कभी लूड़क जाता हूँ मैं मा
तुझे सब है पता है ना मा
तुझे सब है पता, मेरी मा
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